Author : | Publisher : Mehta Publishing House |
Translator : - | Category : कथा संकिर्ण |
ISBN No. : 9788177662771 |

Author : | Publisher : Mehta Publishing House |
Translator : - | Category : कथा संकिर्ण |
ISBN No. : 9788177662771 |
‘क्षितिजस्पर्श’ हा वि. स. खांडेकरांच्या रूपककथांचा उत्तररंग. निसर्ग नि मनुष्यजीवनाची सुंदर बांधणी हे रूपककथेचं आपलं असं वैशिष्टय असतं. खांडेकरीय रूपककथांचं तंत्र नि मंत्र - प्रौढत्व घेऊन येणार्या या कथा वाचकांना आपले विचार नि कलात्मकतेनं दिग्-मूढ करतात. सार्या सृष्टीचं सुमंगल संमेलन प्रतिबिंबित करणार्या या कथांत मानवी मांगल्याचं क्षितिज स्पर्शण्याच्या शत-शत ऊर्मी शब्दागणिक प्रत्ययास येतात. माणसाचं जगणं समजावीत वाचकांत जगण्याची आस्था जागविणार्या या कथा म्हणजे जीवन विकासाचा महामंत्रच!
Publisher | Mehta Publishing House |
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Translator | - |
Edition | 2006/05 - 1st/2002 |
Weight | 0.132000 |
Pages | 111 |
Language | Marathi |
Binding | Paperback |
ISBN No. | 9788177662771 |